संजू सैमसन, गतिशील भारतीय क्रिकेटर, ने अपनी प्रतिभा और निरंतरता के साथ अपने लिए एक अलग पहचान बनाई है। अपने शानदार स्ट्रोक प्ले और पारी को संभालने की क्षमता के लिए जाने जाने वाले सैमसन भारत के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक बन गए हैं।
उनका तीसरा शतक उनके बढ़ते कद का प्रमाण है और दबाव में अच्छा प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता को दर्शाता है। इस पारी ने न केवल उनके कौशल को उजागर किया बल्कि भारत के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उनकी स्थिति को भी मजबूत किया। एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी से एक बेहतरीन खिलाड़ी बनने तक, सैमसन की यात्रा दृढ़ता और प्रतिभा की एक प्रेरक कहानी है।
Breaking Records: सैमसन के तीसरे शतक की मुख्य बातें
कम मौके मिलने के बावजूद संजू सैमसन ने T20I match में भारत के लिए अच्छा खेला है. उन्होंने लगातार T20I में दो शतक लगाए, लगातार दो मैच में लड़खड़ाए और फिर तीसरे मैच में शतक बनाया। संजू सैमसन ने पांच मैच में 3 शतक जड़े |
एक साल में तीन शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने संजू सेमसन, इतिहास के पन्ने पर अपना छाप छोड़ दिए , कोहली न रोहित कोई ऐसा कारनमा नहीं करने पाए |
पहला शतक बांग्लादेश के खिलाफ
संजू सैमसन ने पहला T20I शतक बांग्लादेश के खिलाफ घर में ही 12 ऑक्टूबर को हैदराबाद में | वह केवल 40 गेंदों में शतक जड़े, भारतीय खिलाड़ी में से दूसरे रहे तेज रफ़्तार शतक लगाने वाले |
दूसरा और तीसरा शतक साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़
दूसरा और तीसरा शतक विदेश में जा कर साउथ अफ्रीका के खिलाफ बनाये
T20I शृंखला के पहला मैच में साउथ अफ्रीका के किंग्समीड स्टेडियम में शानदार पारी 47 गेंद में शतक जड़े थे
T20 शृंखला के 4th मैच में वंडर्स स्टेडियम में 27 गेंद में अर्धशतक लगाए फिर 51 गेंद शतक पूरा किये